रविवार, 14 अगस्त 2011

आशय एवं धारणाएं - 1

कक्षाई गतिविधियों और प्रक्रियाओं को सफल बनाने के लिए प्रत्येक इकाई के आशयों एवं अवधारणाओं पर अध्यापिका अवगत होनी है.
आयोजन का आधार आशय होता है. निश्चित आशय एवं धारणा तक बच्चों को पहुंचाने की प्रक्रियाओं को तैयार करना ही आयोजन है.
मतलब यह है कि टीचिंग मानुअल तैयार करने के लिए आशय एवं धारणा की अवधारणा ज़रूरी है.
पांचवीं और सातवीं कक्षा की पाठ्य पुस्तकों की प्रक्रियाओं के आशयों एवं अवधारणाओं के सम्बन्ध में स्रोत-पुस्तिका में सूचना नहीं के बराबर है.
इस कमी की पूर्ती के लिए उपयोगी कुछ बातें यहाँ दी जाती है.
हमारी पाठ्यचर्या के अनुसार दो तरह के आशय होते हैं-
  1. समस्या परक
  2. भाषा परक
वाचन के लिए जो सामग्री दी जाती है उसकी समस्यागत और भाषागत विशेषताओं का विश्लेषण करने पर इन दोनों को निकाल सकते हैं.
समस्यागत आशय लेना आसान है. लेकिन भाषागत आशय को सूक्ष्म विश्लेषण करके निकालना पड़ेगा.
लगता है, ऐसे कुछ प्रश्नों को आधार बनाकर सोचने पर भाषा परक आशय भी आसान से समझ पायेगा-
  1. वाचन की सामग्री कौन सी विधा की है?
  2. इस विधा की मुख्य विशेषता कौन सी है?
  3. इसकी और क्या-क्या विशेषताएं होती है?
अब लें सातवीं कक्षा पहली इकाई के लारी बेकर का लेख 'कूडा और कचरा'.
इसका समस्या परक आशय क्या होगा? इसके दो आशय हो सकते हैं-
  • कूडा-कचरा बीमारी का कारण बनता है.
  • कूड़े-कचरे का ठिकाने लगाना है.
अब सोचें इसके भाषा परक आशय पर-
यह एक लेख है. शायद एक लेख की सबसे बड़ी विशेषता यही होगी कि इसपर चर्चित विषय की पूर्णता होनी है.
साथ ही क्रमबद्ध होकर बातों को प्रस्तुत करना भी है.
शब्द और प्रयोग विषय के अनुरूप हो.
तो इन्हीं के आधार पर लेख के आशय निश्चय कर सकते है -
  • लेख में विषय की पूर्णता होती है.
  • लेख में बातों की क्रमबद्धता होती है.
  • लेख के शब्द और प्रयोग विषय के अनुरूप होते हैं.
लेखन के सन्दर्भ में भी लगभग इसी प्रकार आशयों को निश्चय करते हैं.

5 टिप्‍पणियां:

  1. मनोज जी,
    हिंदी शैक्षणिक ब्लोग जगत में आपका हार्दिक स्वागत।
    बहुत सुन्दर विचारणीय रचना , खूबसूरत प्रस्तुति ।
    आगे बढ़ें।

    जवाब देंहटाएं
  2. आपके व्लोग का एक लिंक हमारे ब्लोग मे दिया है।

    जवाब देंहटाएं
  3. धन्यवाद,
    हिंदी मन्त्रण सभा के सुवचन मुझे आगे बड़ने की प्रेरणा देते हैं.
    आगे भी ज़रूर मेरे साथ दें.

    जवाब देंहटाएं
  4. रश्मि वी.एस. ने कहा :
    'chandni' kandu.adhyapakarkk vallare sahayamanithu.work sheets ne kooduthal ariyan aagrahikkunnu.

    जवाब देंहटाएं
  5. Educational Initiatives E-Newsletter के संचालक मंजु भटनागर ने लिखा :
    मनोज जी ,
    भाषागत समस्याओं के निदान के लिए आपने बहुत ही विचारपूर्ण और प्रशंसनीय ब्लॉग बनाया है, इसके लिए आपको बहुत बधाई और शुभकामनाएं.
    मेरी सहायता की आवश्यकता हो तो बताइयेगा.
    पुनः शुभकामनाओं के साथ
    मंजु भटनागर

    जवाब देंहटाएं